शिव चालीसा ॐ नमः शिवाय दोहा जय गणेश गिरिजासुवन मंगल मूल सुजान । कहत अयोध्यादास तुम देउ अभय वरदान ॥ Salutation to GirijA’s son, Ganesha, who is the source of all well being as well as of wisdom. AyodhyAdAsa entreats you to bless him with fearlessness. जय गिरिजापति दीनदयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके । कानन कुण्डल नाग फनी के ॥ Glory to GirijA’s consort Shiva, who is compassionate to the destitute who always provides protection to the saintly, the moon on whose forehead sheds its beautiful lustre and in whose ears are the pendants of the cobra hood. अंग गौर शिर गंग बहाये । मुण्डमाल तन क्षार लगाये ॥ वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे । छवि को देखि नाग मन मोहे ॥ Of your complexion, O Lord, you are fair and wear a garland of skulls. From your locks streams the Ganga; your body, elegantly attired in tiger skin, is all smeared with ashes. Your loveliness enchanting to beholders charms even serpents and ascetics. मैना मातु कि हवे दुलारी । वाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥ कर त्रिश
Ganesh Slokas Mantra :- गजाननं भूतगणादिसेवितं कपित्थजम्बूफलचारु भक्षणम्ं। उमासुतं शोकविनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वरपादपङ्कजम्॥ हिंदी अर्थ :- जो हाथी के समान मुख वाले हैं, भूतगणादिसे सदा सेवित रहते हैं, कैथ तथा जामुन फल जिनके लिए प्रिय भोज्य हैं, पार्वती के पुत्र हैं तथा जो प्राणियों के शोक का विनाश करनेवाले हैं, उन विघ्नेश्वर के चरणकमलों में नमस्कार करता हुँ। Ganesh Slokas Mantra :- वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ हिंदी अर्थ :- घुमावदार सूंड वाले, विशाल शरीर काय, करोड़ सूर्य के समान महान प्रतिभाशाली, मेरे प्रभु, हमेशा मेरे सारे कार्य बिना विघ्न के पूरे करें (करने की कृपा करें)॥